किसानों के डॉक्टर्स: जिम्मेदारी और जज़्बा
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किसानों के डॉक्टर्स: जिम्मेदारी और जज़्बा
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कहते है डाक्टर को अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखना चाहिए लेकिन किसानों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार से मै भी भावुक हो जाता हूँ। एक दिन भी ऐसा नहीं गुज़रता जब किसानों की आत्महत्या की खबर ना आए या यह सुनने को ना मिले की फसल का सही दाम ना मिलने पर किसान ने अपनी फसल सड़क पर गिरा दी या नदी में बहा दी। किसान के लिए उसकी फसल उसके बच्चों के समान होती है लेकिन क्यों एक किसान उसे सड़क पर फेंकने या नदी में बहाने को मजबूर हो जाता है यह कोई नहीं समझता या समझना नहीं चाहता। पिछले ७० सालो से हमारी सरकारें किसान विरोधी रही है और हमारे नेताओ ने हमें किसानों के प्रति निष्ठुर रहना ही सिखाया है । आज किसान पिछले ७० साल का हिसाब लेने के लिए दिल्ली के बॉर्डर पर बैठा है और अपने समाज से सहयोग की उम्मीद करता है ।
हम डाक्टर्ज़ भी इसी समाज का हिस्सा है और जब समाज में कुछ ग़लत हो रहा हो या किसी के साथ कोई अन्याय हो रहा हो तो हम मुँह नहीं फेर सकते। अपनी इसी जिम्मेदारी को समझते हुए हमारे संगठन प्रोग्रेसिव मेडिकोस & साइंटिस्ट्स फ़ोरम (PMSF) ने सभी धरना स्थलों पर मुफ़्त स्वास्थ्य सेवाएँ देने का फ़ैसला लिया। पिछले एक माह में हमारी टीम ने अभी तक सिंघु, टिकरी, ग़ाज़ीपुर और शाहजहांपुर समेत सभी बॉर्डर पर ३० से अधिक मुफ़्त स्वास्थ्य शिविर लगाए है। पहला शिविर केवल दो डाक्टरों ने लगाया था फिर अगला पाँच फिर दस और आज हमारी टीम में 109 सदस्य है। हमारी टीम में AIIMS, सफ़दरजंग तथा दिल्ली के अन्य बड़े बड़े अस्पतालों के डॉक्टर्ज़ है जो बेहद संवेदनशील और किसानों के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी को बखूबी समझते है। हमारे हर एक कैम्प में रोज़ 400-500 किसानों को इलाज या परामर्श दिया जाता है।
हमारे सभी सदस्यों का जज़्बा बुलंद है और किसानों की सेवा का जुनून सर पर चढ़ा है । हम सबने ठाना है की जब तक यह तीनो काले क़ानून वापस नहीं हो जाते हम किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सरकार से टक्कर लेंगे और रोज़ मुफ़्त स्वास्थ्य शिविर लगाकर किसानों की सेवा करेंगे। अगर किसान छह माह का राशन लेकर आए है तो हमने भी एक साल की दवाइयाँ इकट्ठी कर ली है और किसानों की सेवा में सदैव तत्पर है । हमारी सभी किसान भाइयों और बहनों से गुज़ारिश है की स्वास्थ्य संबंधी किसी भी परेशानी में PMSF के शिविर में आए और बेहतरीन डाक्टर्ज़ द्वारा अपना इलाज करवाए। हमें आपकी सेवा करके प्रसन्नता होगी और यह एहसास होगा की हमने भी राष्ट्र निर्माण में अपना सहयोग दिया ।
हम डाक्टर्ज़ भी इसी समाज का हिस्सा है और जब समाज में कुछ ग़लत हो रहा हो या किसी के साथ कोई अन्याय हो रहा हो तो हम मुँह नहीं फेर सकते। अपनी इसी जिम्मेदारी को समझते हुए हमारे संगठन प्रोग्रेसिव मेडिकोस & साइंटिस्ट्स फ़ोरम (PMSF) ने सभी धरना स्थलों पर मुफ़्त स्वास्थ्य सेवाएँ देने का फ़ैसला लिया। पिछले एक माह में हमारी टीम ने अभी तक सिंघु, टिकरी, ग़ाज़ीपुर और शाहजहांपुर समेत सभी बॉर्डर पर ३० से अधिक मुफ़्त स्वास्थ्य शिविर लगाए है। पहला शिविर केवल दो डाक्टरों ने लगाया था फिर अगला पाँच फिर दस और आज हमारी टीम में 109 सदस्य है। हमारी टीम में AIIMS, सफ़दरजंग तथा दिल्ली के अन्य बड़े बड़े अस्पतालों के डॉक्टर्ज़ है जो बेहद संवेदनशील और किसानों के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी को बखूबी समझते है। हमारे हर एक कैम्प में रोज़ 400-500 किसानों को इलाज या परामर्श दिया जाता है।
हमारे सभी सदस्यों का जज़्बा बुलंद है और किसानों की सेवा का जुनून सर पर चढ़ा है । हम सबने ठाना है की जब तक यह तीनो काले क़ानून वापस नहीं हो जाते हम किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सरकार से टक्कर लेंगे और रोज़ मुफ़्त स्वास्थ्य शिविर लगाकर किसानों की सेवा करेंगे। अगर किसान छह माह का राशन लेकर आए है तो हमने भी एक साल की दवाइयाँ इकट्ठी कर ली है और किसानों की सेवा में सदैव तत्पर है । हमारी सभी किसान भाइयों और बहनों से गुज़ारिश है की स्वास्थ्य संबंधी किसी भी परेशानी में PMSF के शिविर में आए और बेहतरीन डाक्टर्ज़ द्वारा अपना इलाज करवाए। हमें आपकी सेवा करके प्रसन्नता होगी और यह एहसास होगा की हमने भी राष्ट्र निर्माण में अपना सहयोग दिया ।
Publisher
Trolley Times
Date
2020-12-31
Contributor
डॉ हरजीत सिंह भट्टी